हिंदी कहानियां प्रेरणादायक FUNDAMENTALS EXPLAINED

हिंदी कहानियां प्रेरणादायक Fundamentals Explained

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हिंदी कहानियां प्रेरणादायक

अपने होठ चाट रहा था. उसके भोजन की घड़ियाँ बीत रही थी, कुछ ही देर में कोई पशु नही आया तो वह शिकार को चल पड़ेगा.

एक दिन सेठ ने उस लड़के से कहा- ऐ लड़के ध्यान से सुन या तो मुझे अपने उस रात के स्वप्न की बात बता दे अथवा मेरे यहाँ काम करना बंद कर दे.

तब गडरिये ने कहा – मै बहुत मामूली नौकर हु, इससे अधिक देना मेरे बस की बात नही हैं, लेना हो तो एक बढ़िया ऊंट ले लो.

बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं

तीनों में से सबसे बुद्धिमान मछली ने एक अलग तालाब खोजने की योजना बनाई। बाकि बची दो मछलियों में से एक ने सहमति व्यक्त की, पर दूसरे ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि यह तालाब उनका घर है और वह इसे छोड़कर नहीं जाएगी। फिर उसने आगे कहा “आज तक इस तालाब में कभी कोई खतरा नहीं था। मुझे नहीं लगता कि हमें यह तालाब छोड़कर जाने की जरुरत है, और छोड़कर जाना कायरता होगी। ”

कुछ दिन बाद पड़ोसी राजा ने इस राजा पर चढ़ाई करने की सोची. उसने सीमा पर अपनी सेना जमा कर दी.

उसने कहा- ”सारी की सारी भैंसे दे तो छोडू” तब ग्वाले ने कहा- मै तो मामूली नौकर हु, इससे अधिक देना मेरे हाथ की बात नही, लेनी हो तो एक उम्दा भैंस ले लो. बहुत देर निहोरे किये फिर भी वह न माना.

किन्तु मृत्य के भय से उनके पैर नही उठ रहे थे, मौत की घड़ियों को कुछ समय टालने के लिए इधर-उधर भटकता रहा.

इस हिंदी में कहानी के कुछ शब्द और वाक्य मायड भाषा (राजस्थानी) के ही हैं.

उनकी पत्नी जानती थी कि द्वारकाधीश श्रीकृष्ण उनके मित्र हैं. बहुत आग्रह करके उसने सुदामा को उनके पास भेजा,

कर्म, कठोरता, लगन और निष्ठां से कोई भी व्यक्ति महान बन सकता हैं.

आज की शीर्षक हिंदी में कहानी में राजस्थान के कवि और लेखक विजयदान देथा द्वारा मूलत: राजस्थानी भाषा में लिखी गईं कुरज री विनती कहानी हैं, जिसे हिंदी में ट्रांसलेट किया गया हैं.

उसने सोचा यह कुछ ही मिनट का काम है वह तिनकों को लेकर पेड़ की डाल पर चढ़ी और उन पर रखती गयी मगर जैसे जैसे वह तिनका रखती वह नीचे गिरती रही.

चारों व्यक्ति भी उसके आस-पास बैठे हुए थे.

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